पढ़ाई के साथ डांस और सिंगिंग कॉम्पिटीशन की तैयारी करते हैं गांव के बच्चे

Update: 2016-10-10 20:41 GMT
कंपटीशन की तैयारी करते गांव के बच्चे

विकास सिंह तोमर- कम्युनिटी जर्नलिस्ट

कसमंडा (सीतापुर)। ग्रामीण विद्यालयों के बारे में लोगों की राय होती है कि यहां के बच्चे खेल, डांस जैसी दूसरी गतिविधियों में बहुत पीछे रहते हैं। लेकिन टीवी पर डांस और गायकी के कार्यक्रमों में गांव के बच्चों का जलवा देखने के बाद दूसरे ग्रामीण बच्चों की भी सोच बदली है। अब वो पढ़ाई के साथ खेलकूद और डांस प्रतियोगिता में भी हिस्सा ले रहे हैं।

डांस सीखते बच्चे

सीतापुर जिले के कसमंडा ब्लॉक के कमलापुर में स्थित आरबीएसबी इंटर कॉलेज में हर दिन दो घंटे लड़के-लड़कियां डांस सीखते हैं। इसका सारा श्रेय जाता है, यहां की अध्यापिका ओमलता मिश्रा (30 वर्ष) को। ओमलता मिश्रा वैसे तो एनसीसी की अध्यापिका हैं, लेकिन डांस, पेंटिंग, मिट्टी के खिलौने बनाने जैसे दूसरी गतिविधियों भी सिखायी जाती हैं।

जब मैंने स्कूल में ज्वाइन किया तो एनसीसी के लिए ज्वाइन किया था। यहां पर बच्चों से मिली तो लगा कि उनका रुझान डांस, पेंटिंग जैसे गतिविधियों में भी बेहतर कर सकते हैं। अभी हमारे यहां करीब 50 बच्चे ऐसे हैं, जो अच्छा डांस करते हैं।
ओमलता मिश्रा, अध्यापिका

यही नहीं यहां के बच्चे मंडल और जिला स्तर पर भी कई प्रतियोगिताएं जीत चुके हैं। कमलापुर के रहने वाले दीपक शुक्ला (16 वर्ष) इस बार ग्यारहवीं कक्षा में पढ़ते हैं। दीपक भी डांस कंपीटशन में जाना चाहते हैं। दीपक बताते हैं, "मुझे डांस करना बहुत पसंद है, लेकिन कोई सिखाने वाला नहीं था। जब से मैम आ गयी हैं हम लोगों को सिखाती रहती हैं।"

पढ़ाई के साथ-साथ डांस भी सीखते हैं बच्चे 

कॉलेज में भाषण, कविता लेखन, खेल, जनरल नॉलेज, डांस सहित सैकड़ों प्रतियोगिताओं का आयोजन करवा रहे हैं। नवंबर महीने में कॉलेज में प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक आ रहे हैं, इसके लिए छात्र-छात्राओं ने अभी से ही तैयारी शुरु कर दी है। इसके लिए बच्चों ने अभी से ही तैयारी शुरु कर दी है। शिक्षकों के साथ मिलकर बच्चों पर खूब मेहनत करनी शुरू की। बच्चों और शिक्षकों की मेहनत से स्कूल के परीक्षा परिणामों में भी सुधार हुआ है।

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